Pradhan Mantri MUDRA Yojana completes 7 years
- April 10, 2022
- Posted by: Admin
- Category: Current Affairs Government Schemes GS paper 3
Pradhan Mantri MUDRA Yojana :
Why in News
A date of April 8, 2022 marked the 7th anniversary of Pradhan Mantri MUDRA(Micro Units Development & Refinance Agency) Yojana (PMMY) which was launched on April 8, 2015 by the Prime Minister (PM) of India Narendra Modi, for providing loans up to Rs 10 lakh to the non-corporate, non-farm small/micro-enterprises, along with creation of income generating activities.
- It’s a Central Government Scheme to ‘fund the unfunded’.
- PMMY stands for social justice in action and embodies the true spirit of ‘Sabka Saath, Sabka Vikas’.
Major achievements under this scheme:
i.More than 34.42 crore loan accounts amounting to Rs.18.60 lakh crore have been extended under PMMY till March 18, 2022 since its inception 2015.
ii.Out of this, more than 23.27 crore loans amounting to 8.10 lakh crore rupees have been extended to women borrowers. This constitutes approximately 68% of the total number of loans and 44% of the amount extended under the scheme.
- 22% of the loans have been given to new entrepreneurs who had not availed any loan since the inception of the Scheme.
iii.With 51% of total loans sanctioned to the Scheduled Caste (SC)/Scheduled Tribe(ST)/ Other Backward Class (OBC) category while 11% to the minor community borrowers.
- About 23% of the loans have been given to SCs and STs borrowers;
- About 28% of the loans have been given to OBCs borrowers
- 4.86 crorePMMY loans accounts with sanctioned amount of Rs. 3.07 lakh croreextended in FY22 (As on 25.03.2022).
- 86%of the loans are of ‘SHISHU’ category.
vi.Interest Subvention of 2% on prompt repayment of Shishu loans extended under PMMY for a period of 12 months to all eligible borrowers.
vi.As on 25.03.2022, out the Rs. 775 crore released to SIDBI, more than Rs. 658.25 crore have been disbursed by SIDBI to MLIs for onward credit of subvention amount into accounts of borrowers.
Note-Three pillars in Implementing Financial Inclusion (FI) programme in India:Banking the Unbanked, Securing the Unsecured and Funding the Unfunded.
Category-wise breakup of Loan & Amount sanctioned under PMMY:
Category | No. of Loans (%) | Amount Sanctioned (%) |
---|---|---|
Shishu | 86% | 42% |
Kishore | 12% | 34% |
Tarun | 2% | 24% |
About PMMY:
The loans provided under PMMY are classified as MUDRA (Micro Units Development & Refinance Agency Ltd) loans. These loans are given by Commercial Banks, RRBs (Regional Rural Banks), Small Finance Banks (SFBs), MFIs (Micro Finance Institutions), and Non-Banking Financial Companies (NBFCs) in the following three categories:
- Shishu – Loans up to Rs 50,000
- Kishore – Loans from Rs 50,000 upto Rs 5,00,000
- Tarun – Loans from Rs 5,00,000 upto Rs 10,00,000
About Micro Units Development & Refinance Agency Ltd (MUDRA)
MD & CEO– Vinay Hedaoo
Headquartered– Mumbai, Maharashtra
खबरों में क्यों
8 अप्रैल, 2022 की तारीख को प्रधान मंत्री मुद्रा (सूक्ष्म इकाई विकास और पुनर्वित्त एजेंसी) योजना (PMMY) की 7 वीं वर्षगांठ के रूप में चिह्नित किया गया।यह 8 अप्रैल, 2015 को भारत के प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी द्वारा गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि छोटे / सूक्ष्म उद्यमों को आय सृजन गतिविधियों के निर्माण के साथ-साथ 10 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करने के लिए लॉन्च किया गया था।
- यह एक केंद्र सरकार की योजना है जो ‘अनफंड को फंड’ करने के लिए है।
- PMMY सामाजिक न्याय के लिए खड़ा है और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की सच्ची भावना का प्रतीक है।
इस योजना के तहत प्रमुख उपलब्धियां:
i.2015 की स्थापना के बाद से 18 मार्च 2022 तक PMMY के तहत 18.60 लाख करोड़ रुपये के 34.42 करोड़ से अधिक ऋण खातों का विस्तार किया गया है।
ii.इसमें से 8.10 लाख करोड़ रुपये के 23.27 करोड़ से अधिक ऋण महिला कर्जदारों को दिए जा चुके हैं। यह कुल ऋणों का लगभग 68% और योजना के तहत दी गई राशि का 44% है।
- 22% ऋण नए उद्यमियों को दिया गया है जिन्होंने योजना की शुरुआत के बाद से कोई ऋण नहीं लिया था।
iii.अनुसूचित जाति (SC) / अनुसूचित जनजाति (ST) / अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणी के लिए स्वीकृत कुल ऋणों का 51%, जबकि 11% नाबालिग समुदाय के उधारकर्ताओं को।
- लगभग 23% ऋण SC और ST उधारकर्ताओं को दिए गए हैं;
- करीब 28% कर्ज OBC कर्जदारों को दिया गया है।
iv.वित्त वर्ष 22 में (25.03.2022 तक) 3.07 लाख करोड़ रुपये की स्वीकृत राशि के साथ 4.86 करोड़ PMMY ऋण खाते।
v.86% ऋण ‘शिशु’ श्रेणी के हैं।
vi.सभी पात्र उधारकर्ताओं को 12 महीने की अवधि के लिए PMMY के तहत दिए गए शिशु ऋणों के शीघ्र पुनर्भुगतान पर 2% की ब्याज सबवेंशन।
vii.25.03.2022 तक, SIDBI को जारी किए गए 775 करोड़ रुपये में से, SIDBI द्वारा MLI को 658.25 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण उधारकर्ताओं के खातों में सबवेंशन राशि के आगे क्रेडिट के लिए किया गया है।
नोट– भारत में वित्तीय समावेशन (FI) कार्यक्रम को लागू करने में तीन स्तंभ: बैंक रहित बैंकिंग, असुरक्षित को सुरक्षित करना, और गैर-वित्तपोषित को वित्त पोषण करना।
PMMY के तहत स्वीकृत ऋण और राशि का श्रेणी-वार विवरण:
श्रेणी | ऋणों की संख्या (%) | स्वीकृत राशि (%) |
---|---|---|
शिशु | 86% | 42% |
किशोर | 12% | 34% |
तरुण | 2% | 24% |
PMMY के बारे में:
PMMY के तहत प्रदान किए गए ऋणों को MUDRA (माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड) ऋणों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ये ऋण वाणिज्यिक बैंक, RRB (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक), लघु वित्त बैंक (SFB), MFI (सूक्ष्म वित्त संस्थान), और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) द्वारा निम्नलिखित तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं:
- शिशु – 50,000 रुपये तक का ऋण
- किशोर – 50,000 रुपये से 5,00,000 रुपये तक का ऋण
- तरुण – रु 5,00,000 से रु 10,00,000 तक का ऋण
माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड (MUDRA) के बारे में
MD & CEO– विनय हेडाओ
मुख्यालय– मुंबई, महाराष्ट्र
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